कभी कोई कविता जन्म लेने को कितना अकुलाति है!
कभी कोई कविता, सोच की गलियों मे ही खो जाती है!!
कभी कोई कविता,विचारों की तेज धार संग बह आती है!
कभी कोई कविता जीवन का सार, सम्पुर्ण कह जाती है!!
कभी कोई चपला कविता, देखो तो कैसे इठलाती है!
कभी कोई मुस्काती कविता,मधुर फ़साने कह जाती है!!
कभी कोई विरहनी कविता, अश्क आँख मे दे जाती है!
कभी कोई प्रिया सी कविता, ह्रदय को झंकृत कर जाती है!!
कभी कोई अति वाचक कविता,जाने क्या क्या कह जाती है!
कोई शांत मौनी सी कविता, यूँ ही चुप से रह जाती है!!
कभी कोई घर-भेदी कविता, भेद सभी से कह जाती है!
कभी कोई अति ज्ञानी कविता, ज्ञान बघार कर रह जाती है!!
कभी कोई सोती सी कविता,कुछ कहते कहते सो जाती है!
चुगलखोर सी कविता कोई, चुगली कान मे पो जाती है!!
कभी कोई मेघा सी कविता, रिमझिम बूंदे बरसाती है!
ज्वालामुखी सी कविता कोई, लावे को फैला जाती है!!
कभी कोई मोटी सी कविता,सम्पुर्ण पृष्ठ ही खा जाती है!
और कोई नन्ही सी कविता कोने मे ही आ जाती है!!
कविताओं के रूप है कितने ये अब तक मालूम नहीं!
हर कविता नव जीवन लेकर, नई कहानी कह जाती है!!
(अवन्ती सिंह)
कविताओं के रूप है कितने ये अब तक मालूम नहीं!
ReplyDeleteहर कविता नव जीवन लेकर, नई कहानी कह जाती है!!
...बहुत सच कहा है...कविता सृजन के विभिन्न रूपों का बहुत रोचक चित्रण....
कविता को बयां करते करते ही कविता बन गयी.....सुन्दर।
ReplyDeleteवाह!
ReplyDeleteकविता जिस पीड़ा से निकलती है, उसी की औषधि बन जाती है...
ReplyDeleteसुन्दर सजावट के साथ
ReplyDeleteकलम के ज़रिये
जब मन की छटपटाहट
बाहर आती है
कविता कहलाती है
कभी कोई मोटी सी कविता,सम्पुर्ण पृष्ट ही खा जाती है!
ReplyDeleteऔर कोई नन्ही सी कविता कोने मे ही आ जाती है!!
बहुत सुन्दर...हर रूप प्यारा...
कविता के रूप अनेक ..
ReplyDeletekalamdaan.blogspot.in
कविता का सृजन अपने आप में अलहदा अनुभव देता है।
ReplyDeleteकविता कभी सुख की बातें करती हैं
ReplyDeleteकविता कभी दुख की बातें करती हैं
कविता कभी योद्धा में जोश भरती हैं
कविता के अनेक रूप हैं... वह तो बहती नदी की तरह है।
Bahut sundar kriti hai. Badhaai!
ReplyDeleteअपनी भावनाओं को व्यक्त करने का कविता एक अच्छा माध्यम है,
ReplyDeleteबहुत बढ़िया,बेहतरीन अच्छी प्रस्तुति,.....
MY NEW POST...आज के नेता...
वाह ...बेहतरीन प्रस्तुति ।
ReplyDeleteबहूत हि सुंदर सृजन
ReplyDeleteसुंदर प्रस्तुती...
हर कविता नव जीवन लेकर, नई कहानी कह जाती है!!
ReplyDeleteबहुत खूब !
सुन्दर कविता !
बहुत सुंदर कविता ।
ReplyDeleteSundar Kriti!!!
ReplyDeleteऔर कोई कविता, कविताओ का सार बन जाती है जैसे यह ....! सुन्दर!!!
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