कुछ लोगों को गम सहने की इतनी आदत होती है
खुशियाँ आकर दस्तक दें तो उनको दिक्कत होती है
आँसूं आहें और तड़प ये उनके साथी होते है
इन को पाल पोस कर रखना उनकी फितरत होती है
खुशियों के चंद पल भी उनको होते बर्दाश्त नहीं
ये सोच के भी वो रो लेते, के हम क्यूँ उदास नहीं
ऐसे लोगों के संग रहना किसी के बस की बात नहीं
वो जीवन बस काटा करते ,जीने में विश्वास नहीं
खुशियों की अमृत वर्षा , ईश्वर तो हर दम करते है
समझदार उसे पीते रहते और मुर्ख कहते, अभी प्यास नहीं.
बहुत सुन्दर अवंति...
ReplyDeleteलाजवाब!!!
बहुत सुन्दर सृजन, बधाई.
Deleteमेरे ब्लॉग" meri kavitayen" की नयी पोस्ट पर भी पधारने का कष्ट करें.
वर्तमान में आनन्द ढूढ़ लेना ही अमृत है..
ReplyDeletesundar rachna bhavuk man ki soch. lajvaab.meri nai post par aapka svagat hae.
ReplyDeleteबहुत ही बढ़िया
ReplyDeleteसादर
वाह ...बहुत खूब ।
ReplyDeleteSundar! Bahut Sundar!!!
ReplyDeletebahut bahut bahut sundar.
ReplyDeletesacchi bat...
ReplyDeleteकुछ लोगों को गम सहने की इतनी आदत होती है
ReplyDeleteखुशियाँ आकर दस्तक दें तो उनको दिक्कत होती है ..
सच कहा है ... कुछ लोग ऐसे होते अहिं जीवन में जो हमेशा से नेगटिव रहते हैं ... अच्छी रचना है ...
बहुत ही उम्दा रचना बधाई और शुभकामनाएँ |
ReplyDeleteकुछ लोग होते हैं ऐसे । आपकी रचना को ऐसे लोग पढें तो शायद कुछ सुधरें ।
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