दिल से ........
हमेशा सुनती आई हूँ के बेटियों को लोग नहीं चाहते ,उन्हें कोख में ही मार देने के प्रयास किये जाते है
पर इस मामले में मैं खुशकिस्मतों हूँ ,मुझ से बड़े मेरे दो भाई थे और मेरी मम्मी की इच्छा थी की उन को अब एक बेटी भी हो ,वे दिन रात इश्वर से प्रार्थना किया करती थी एक बेटी के लिए,मेरे जन्म पर खुशियाँ मनाई गयी और मुझे हमेशा ही दोनों भाइयों से अधिक प्यार मिला ,मुझे गर्व है अपनी माँ पर जिन्होंने बेटी के लिए दुआए मांगी और मुझे हमेशा खूब प्यार दिया।......
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अवन्ती सिंह
happy mothers day....
ReplyDeleteमेरी भी दो बेटियां है लेकिन बेटे की कोई आकांशा कभी नहीं रही क्योंकि मैं हमेशा से बेटे और बेटिओं में फर्क नहीं समझती.
ReplyDeleteहैप्पी मदर्स डे.
माँ को नमन .....
ReplyDeleteहर परिवार चाह ले कि घर में एक बेटी हो तो यह समस्या रहेगी ही नहीं। बुन्देलखण्ड में लोग अब भी मानते हैं कि जब तक बेटी न हो जाये, कोख पवित्र नहीं होती है।
ReplyDeleteआपकी इस उत्कृष्ठ प्रविष्टि की चर्चा कल मंगल वार १५ /५/१२ को राजेश कुमारी द्वारा चर्चा मंच पर की जायेगी |
ReplyDeleteमेरे भी एक बेटी है जिसके जन्म पर मुझे बेटे के जन्म से ज्यादा खुशी हुई थी और आज भी वह हमें सबसे प्यारी है....
ReplyDeletemeri bhee ek beti hai jo parson 1 maheene ki hui hai....its a beautiful feeling to have daughters.
ReplyDeletehappy mother's day...
ReplyDeleteमेरे साथ भी ऐसा ही हुआ हैं ......२ भाई होने के बाद लड़की की कामना की गई और ...मेरी माँ ने मुझे पाया था ....
ReplyDeleteनतमस्तक उस माँ को ...जो लडको के बाद भी लड़की की चाह रखती हैं ...और सभी घर वाले उनका साथ भी देते हैं ...
आमीन ... ऐसे ही आपको प्यार मिलता रहे ...
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