खर्च करने से पहले कमाया करो
जिंदगी क्या है खुद ही समझ जाओगे
बारिशों में पतंगें उड़ाया करो
शाम के बाद, तुम जब सहर देखो
कुछ फकीरों को खाना खिलाया करो
दोस्तों से मुलाकात के नाम पर
नीम की पत्तियों को चबाया करो
घर उसी का सही तुम भी हक़ दार हो
रोज आया करो ,रोज जाया करो
( राहत इन्दौरी )