बहुत साल पहले ,एक ढलती हुई शाम में
मेरे हाथों को थाम कर अपने हाथों में ,
अपनी अमृत छलकाती हुई आँखों से
मेरी शर्माती हुई आँखों में झांकते हुए
तुम ने नहीं कहा ,के तोड़ लाओगे
सितारे मेरे लिए .........
तुम ने नहीं खाईं कसमें सात जन्मों की
बस आँखों ही आँखों में किया था एक
बिना शब्दों का अबोला वादा, के
मेरी हर सांस को तुम महकाओगे
खुशियों की अनोखी महक से ......
उस के बाद, हम ने ना जाने कितने
पतझड़ ,सावन ,बसंत, बहार के
मौसम देखे ,आंधी और तूफानों
ख़ुशी और गम को जीया है साथ -२
पर मुझे तुम्हारी आँखों में हमेशा अडिग
नज़र आता रहा है वो अबोला वादा
तुम ने अपनी हर सांस में जीया है
और निभाया है उस वादे को
जो तुम ने कभी कहा ही नहीं .....
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अवन्ती सिंह
कभी कभी बिना कुछ कहे ही सब सुनाई दे जाता है....
ReplyDeleteदिल से दिल की राह होती है...
सुन्दर ..बहुत सुन्दर रचना अवंति जी..
कई बार केवल एक स्पर्श ही आश्वस्त कर देता है ...की कुछ नहीं बदला ....सुन्दर रचना अवन्तिजी
ReplyDeleteकहें इसी को प्यार, सार यही है जिंदगी ।
Deleteबहती भली बयार, मौन करूँ मैं बन्दगी ।।
Achchhi kavita Dil se nikal kar dil tak pahunchni chahiye- jaise yeh kavita.
ReplyDeleteSundar Kriti. Badhai.
कुछ कह के मुकरते है कुछ बिन कहे ही निभाते रहतें है ! रूहानी रिश्तों की गहराई महसूस कराती रचना !
ReplyDeleteआभार !
जो वादे नहीं किये, उनपर ही आशाओं का अधिकतम भार होता है।
ReplyDeleteहर वादे को कहना ज़रूरी नहीं
ReplyDeleteखामोशी से किये वादों को दिल पहचानता है
बहुत ही बढ़िया
ReplyDeleteसादर
बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
ReplyDeleteबिना बोले किया गया वादा ख़ूबसूरती से निभाया गया ..
ReplyDeleteइस दबे छिपे प्यार की मीठी सी दास्तान ने लुभाया बहुत !
कुछ वादे ऐसे होते है जिन्हे पूरा करके दिल को बहुत खुशी होती है|
ReplyDeleteआत्मसंतोष की दौलत
अबोला वादा ..... ati uttam....shirshak
ReplyDeletebahut hi sunder post..
ReplyDeleteयही प्यार है ....
ReplyDeleteशुभकामनायें !
vaah avanti ji man ke bhaavon ko bahut sundarta se ek sootra me piroya hai.aapke blog par aakar achcha laga.milte rahenge.
ReplyDelete.बहुत सुन्दर रचना ...
ReplyDeleteवाह एक सुंदर कविता
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर.....प्यार व्यक्त भी होता है कभी शब्दों के बिना भी।
ReplyDeleteअबोले ही भरोसेमंद होते हैं , सुंदर रचना..........
ReplyDeleteरचना पसंद करके मेरा हौसला बढ़ाने के लिए आप सब का हार्दिक अभिनन्दन ...... आभार .......
ReplyDeleteसच्चा प्यार तो सदैव अबोला ही होता है..बहुत सुंदर भावमयी रचना...
ReplyDeleteख़ूबसूरत रचना.
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर भावमयी प्रस्तुति:-)
ReplyDeleteखूबसूरत अहसासों से रची गई सुन्दर रचना....
ReplyDeleteबहुत अच्छी रचना। बधाई।
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ReplyDelete♥
मुझे तुम्हारी आँखों में हमेशा अडिग
नज़र आता रहा है वो अबोला वादा
तुम ने अपनी हर सांस में जीया है
और निभाया है उस वादे को
जो तुम ने कभी कहा ही नहीं .....
आदरणीया अवन्ती सिंह जी
सादर अभिवादन !
मैं आपको बता नहीं सकता कि आपकी इस कविता की ईमानदारी मेरे लिए कितनी सुकूनबख़्श है …
आभार !
सुंदर भाव ! सुंदर कविता !
हार्दिक शुभकामनाओं-मंगलकामनाओं सहित…
थैंक्स
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