आप ने मुझे बनाया है ,आप को तो पता है मेरी पसंद और नापसंद के बारे में
पर ऐसा क्यूँ है के कुछ चीजे ऐसी बनाई आप ने जो मुझे पसंद नहीं ?
आप ने खुशियाँ बनाई मेरे लिए ,पर दुःख किस के लिए बनाये थे ?
आप ने हंसी तो बनाई मेरे लिए ,पर आंसू किस लिए बनाये थे
आप ने प्यार बनाया मेरे लिए ,पर नफरत किस लिए बनाई?
आप ने फूल बनाते हुए मेरे ही बारे में सोचा होगा,पर कांटे तो नहीं चाहिए मुझे
आप ने मिलन बनाया वो सुखद लगता है,पर जुदाई के पल नहीं सहने है मुझे
आप ने जीवन बनाया उस से मुझे बेहद प्यार है,पर डर लगता है मरने के ख्याल से
किस लिए ,किस लिए बनाईआप ने वो चीजे जो मुझे पसंद ही नहीं है ?
सोचती रही ,हर दिन हर पल ,सताता रहा ये सवाल मुझे हमेशा ही
जीवन के दिन, महीने, साल बीतते ही रहे इस सवाल के बोझ को ढ़ोते हुए
फिर जीवन के अनुभव इन सवालों के जवाब चुपके से में कान में बता गए
खुशियों की कीमत दुःख के बाद ही समझ आती है
जुदाई ही मिलन का महत्व समझाती है
फूलों को कांटे ही सम्भाले रखते है
जीवन की थकन को मृत्यु ही उतार पाती है
समझ गयी हूँ भगवन अब मैं समझ गयी हूँ
आप ने सब कुछ मेरे ही लिए बनाया ,मुझे हर चीज की जरूरत है
पर मैं से सब अपनी नजर से देखा ,काश आप की नजर से देख पाती
तो ये पंक्ति मैं पहले ही दोहराती ,आप कभी कुछ गलत नहीं कर सकते
आप को मुझ से बहुत प्यार है ,आप को मुझ से बहुत प्यार है .....
पर ऐसा क्यूँ है के कुछ चीजे ऐसी बनाई आप ने जो मुझे पसंद नहीं ?
आप ने खुशियाँ बनाई मेरे लिए ,पर दुःख किस के लिए बनाये थे ?
आप ने हंसी तो बनाई मेरे लिए ,पर आंसू किस लिए बनाये थे
आप ने प्यार बनाया मेरे लिए ,पर नफरत किस लिए बनाई?
आप ने फूल बनाते हुए मेरे ही बारे में सोचा होगा,पर कांटे तो नहीं चाहिए मुझे
आप ने मिलन बनाया वो सुखद लगता है,पर जुदाई के पल नहीं सहने है मुझे
आप ने जीवन बनाया उस से मुझे बेहद प्यार है,पर डर लगता है मरने के ख्याल से
किस लिए ,किस लिए बनाईआप ने वो चीजे जो मुझे पसंद ही नहीं है ?
सोचती रही ,हर दिन हर पल ,सताता रहा ये सवाल मुझे हमेशा ही
जीवन के दिन, महीने, साल बीतते ही रहे इस सवाल के बोझ को ढ़ोते हुए
फिर जीवन के अनुभव इन सवालों के जवाब चुपके से में कान में बता गए
खुशियों की कीमत दुःख के बाद ही समझ आती है
जुदाई ही मिलन का महत्व समझाती है
फूलों को कांटे ही सम्भाले रखते है
जीवन की थकन को मृत्यु ही उतार पाती है
समझ गयी हूँ भगवन अब मैं समझ गयी हूँ
आप ने सब कुछ मेरे ही लिए बनाया ,मुझे हर चीज की जरूरत है
पर मैं से सब अपनी नजर से देखा ,काश आप की नजर से देख पाती
तो ये पंक्ति मैं पहले ही दोहराती ,आप कभी कुछ गलत नहीं कर सकते
आप को मुझ से बहुत प्यार है ,आप को मुझ से बहुत प्यार है .....
फूलों को कांटे ही सम्भाले रखते है
ReplyDeleteजीवन की थकन को मृत्यु ही उतार पाती है
कितना सच कह देती हैं यह पंक्तियाँ।
सादर
फूलों को कांटे ही सम्भाले रखते है
ReplyDeleteजीवन की थकन को मृत्यु ही उतार पाती है.... गहन अभिवयक्ति......
जुदाई ही मिलन का महत्व समझाती है
ReplyDeleteफूलों को कांटे ही सम्भाले रखते है
जीवन की थकन को मृत्यु ही उतार पाती है
सच कहा
नव वर्ष की शुभकामनायें
behtareenn rachnaa
ReplyDeleteगहरी सोच ...!
ReplyDeleteआपको एवं पूरे परिवार को मेरे तरफ से
नववर्ष की हार्दिक शुभकामनायें !
Exectly,उत्तम विचार !
ReplyDeleteनववर्ष की हार्दिक शुभकामनाये !
प्रभु से आपका संवाद बहुत ही भाया | पहले प्रश्न और फिर स्वयं ही उनके उत्तर भी | सुंदर अभिव्यक्ति |
ReplyDeleteआपको नए साल की ढेरों शुभकामनाएँ !
आपकी अभिव्यक्ति बहुत सुन्दर और अच्छी लगी.
ReplyDeleteमेरे ब्लॉग पर आपके आने का मैं आभारी हूँ.
आपके ब्लॉग का फालोअर बन गया हूँ.
नववर्ष की आपको बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनाएँ.
कैसे कहूँ खुदा नहीं करता है मुझको याद
ReplyDeleteहर वक्त मेरे साथ ही रहता रहा है वह॥
नव वर्ष की मंगलकामनायें!