शायद उस ने मुझ को तनहा देख लिया है!
दुःख ने मेरे घर का रास्ता देख लिया है!!
अपने आप से आँख चुराए फिरती हूँ मैं!
आईने में किस का चेहरा देख लिया है !!
उसने मुझे दरअसल कभी चाह ही नहीं था!
खुद को दे कर ये भी धोका देख लिया है !!
रुखसत करने के आदाब निभाने ही थे!
बंद आँखों से उस को जाता देख लिया है!!
शायद उस ने मुझ को तनहा देख लिया है!
दुःख ने मेरे घर का रास्ता देख लिया है! WASEEM SHIGRI
अपने आप से आँख चुराए फिरती हूँ मैं!
ReplyDeleteआईने में किस का चेहरा देख लिया है !!
bahut sundar aur bhavpurn rachna
ke liye badhai...!